बाल अपराध : समस्या एवं सामाधान

  • अमूल्य कुमार सिंह प्रोफेसर, समाजशास्त्र विभाग, का0 सु0 साकेत महाविद्यालय, अयोध्या।
  • सुमन सिंह शोध छात्रा, समाजशास्त्र विभाग, का0 सु0 साकेत महाविद्यालय, अयोध्या
Keywords: बाल अपराध, वैश्विक, नटखटपन, अनुपयुक्त

Abstract

वर्तमान में बाल अपराध एक गंभीर समस्या बन गई है। यह समस्या केवल भारत में ही
नहीं अपितु विश्व के लिए भी चिन्ता का कारण है। बाल अपराध बालक का लड़कपन या नटखटपन है
जिसके वशीभूत वह कानून का उल्लंघन करता है अथवा जन-कल्याण में बाधा उत्पन्न करता है। बाल
अपराध को अपराध का मुख्य द्वार कहा गया है। हमारे देश में बाल अपराध में निरन्तर वृद्धि हो रही
है।

Downloads

Download data is not yet available.
Published
2024-02-06
How to Cite
सिंहअ. क., & सिंहस. (2024). बाल अपराध : समस्या एवं सामाधान. Humanities and Development, 18(02), 99-103. https://doi.org/10.61410/had.v18i2.152