आश्रम व्यवस्था का समाजशास्त्रीय महत्व : एक अध्ययन
Keywords:
अनन्त, अध्यात्मिक, सांस्कृ तिक, रचनात्मक।
Abstract
आश्रम शब्द श्रम धातु से निकला है जिसका अथ र् होता है प्रयत्न या परिश्रम। इस प्रकार एक
आश्रम तुलनात्मक रूप से श्रम का एक उल्लेखनीय भाग या कर्मस्थली है जिसमे व्यक्ति अपनी याग्े यता
व क्षमता के अनुसार किन्ही वैयक्तिक व सामाजिक लक्ष्यां की प्राप्ति (या धार्मिक कर्तव्यां े के निर्वाह) के
लिए प्रयत्न करता है। आश्रम का अर्थ वैसे चाहे कुछ भी हो, जन समाज मे इसका अर्थ विश्राम स्थान
के रूप मे ग्रहण किया गया।
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Published
2024-02-06
How to Cite
गुप्तार. (2024). आश्रम व्यवस्था का समाजशास्त्रीय महत्व : एक अध्ययन. Humanities and Development, 18(02), 94-98. https://doi.org/10.61410/had.v18i2.151
Section
Articles