भारत में पंचायती राज की भूमिका एंव उसका अध्ययन
Keywords:
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Abstract
भारत में पचं ायती राज व्यवस्था की शुरूआत स्वंत्रतता प्राप्त करने के बाद की गई। पंचायती
राज शब्द का अभिप्राय ग्रामीण स्थानीय स्वशासन से माना जाता है पंचायती राज व्यवस्था का मूल
उद्देश्य विकास की प्रक्रिया में जन भागीदारी को सुनिश्चित करना तथा लोकतांत्रिक विकेन्द्रीकरण को
बढ़ावा दने ा है। लार्ड रिपन का 1882 ई0 में संकल्प स्थानीय स्वशासन के लिए शुरूआत मानी जाती
है रिपन को भारत में स्थानीय स्वशासन का पिता कहा जाता है, यह भारत के सभी राज्यों में जमीनी
स्तर पर लोकतंत्र के निर्माण हेतु राज्य विधानसभाआ ें द्वारा इसकी स्थापना की जाती ह।ै इसे ग्रामीण
व्यवस्था का विकास करने के लिए स्थापित किया जाता है सन् 1992 के 73 वें संविधान संशाध्े ान
अधिनियम द्वारा इसे संविधान में शामिल किया गया है।
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Published
2023-12-30
How to Cite
वर्माब. (2023). भारत में पंचायती राज की भूमिका एंव उसका अध्ययन. Humanities and Development, 18(02), 9-11. https://doi.org/10.61410/had.v18i2.135
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