अयोध्या के परिप्रेक्ष्य में “श्री सम्प्रदाय

  • शालिनी मिश्रा शोध छात्रा-प्राचीन इतिहास का. सु. साकेत स्ना0 महाविद्यालय, अयोध्या डॉ.राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय,अयोध्या
  • डॉ. ऋचा पाठक शोध पर्यवेक्षक का. सु. साकेत स्ना0 महाविद्यालय, अयोध्या डॉ.राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय,अयोध्या
Keywords: सम्प्रदाय, विशिष्टाद्वैत दर्शन,रामानुजाचार्य, अध्यात्मज्ञान, आद्य प्रवर्तिका, द्रविड़ शैली।

Abstract

हिन्दू धर्म में चार मुख्य सम्प्रदाय है-वैष्णव (जो विष्णु को परमेश्वर मानते है), शैव (जो शिव को परमेश्वर मानते है), शाक्त1 (जो देवी को परमशक्ति मानते है) और स्मार्त2 (जो परमेश्वर के विभिन्न रूपों को एक ही समान मानते हैं)। परंपरा से चला आया हुआ सिद्धान्त या मत सम्प्रदाय को एक परंपरा ’’आध्यात्मिक वंश या ’’धार्मिक क्रम’’ के रूप में समझा जा सकता है।

Downloads

Download data is not yet available.
Published
2023-06-20
How to Cite
मिश्राश., & पाठकड. ऋ. (2023). अयोध्या के परिप्रेक्ष्य में “श्री सम्प्रदाय. Humanities and Development, 18(1), 21-26. https://doi.org/10.61410/had.v18i1.102